कविता - 🌷 " धड़कनें "
कवयित्री - तिलोत्तमा विजय लेले
संगीत की धड़कनें तेज दिल की धड़कनों के साथ
मेल खाती उम्मीदें भी, ज़िंदगी की दास्तां के साथ
हैं बयां करती कैफ़ियत गुजरते पलों की सुहावनी
मासूम सी आँखोंमें हसीन मौसम की कोई कहानी
दूर दूर तक घने बादल हो छाएं हुए, खुशरंग प्रकृति
वहीं की वहीं रूक सी जाती है यादों में कोई ज़िंदगी
जीवन की हर ख़ुशी शामिल हो सकती है मुस्कुराके
बादलों के घने घने साये में चाहत का चांद खिला दें
सृष्टि के प्रेम-भरे-बरसात में बहारों का मौसम साथ है
दिलोंकी हर धड़कन खिल जाती है, जादुई आहटों से
🌷@तिलोत्तमा विजय लेले
🙏🕉️🔆
Leave a Reply